प्रदेश में 52 हजार वोटरों ने किया नोटा का प्रयोग, इस बार पोस्टल बैलेट में भी निकले NOTA

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प्रदेश में इस बार फिर नोटा को वोट देने वालों का आंकड़ा बढ़ा है। इस बार पहाड़ से लेकर मैदान तक 52 हजार ऐसे मतदाता हैं जिन्होंने वोट तो दिया लेकिन उन्हें कोई प्रत्याशी पसंद नहीं था। इसलिए उन्होंने नोटा को चुना है।

लोकसभा चुनावों में इस बार पूरे प्रदेश में 52,630 मतदाताओं ने नोटा यानी नन ऑफ द एबव का प्रयोग किया है। यानी कि 52,630 मतदाताओं को मैदान में उतरे सभी प्रत्याशियों में कोई भी पसंद नहीं था। जिस वजह से उन्होंने नोटा को चुना है। आपको बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 48,043 तो वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनावों में 51 हजार नोटा वोट पड़े थे।

अल्मोड़ा में पड़े सबसे अधिक नोटा वोट
बात करें प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों की कि कहां पर सबसे ज्यादा और सबसे कम नोटा वोट पड़े तो अल्मोड़ा लोकसभा सीट में सबसे ज्यादा लोगों ने नोटा का बटन दबाया है। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर 16,697 मतदाताओं ने नोटा को वोट दिया। जबकि गढ़वाल लोकसभा सीट पर 11,224, नैनीताल में 10,425, हरिद्वार में 6826 और टिहरी में 7458 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया है।

इस बार पोस्टल बैलेट में भी निकले नोटा
सबसे खास बात तो ये है कि केवल ईवीएम ही नहीं इस बार पोस्टल बैलेट में भी नोटा के वोट निकले हैं। बता दें कि नैनीताल के पोस्टल बैलेट में 198, टिहरी के पोस्टल बैलेट में 154 और हरिद्वार के पोस्टल बैलेट में 163 नोटा वोट निकले हैं। अल्मोड़ा लोकसभा सीट और गढ़वाल लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है। गढ़वाल में 1.57 और अल्मोड़ा में 2.56 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा को वोट दिया है