नशे में कुल्हाड़ी से छोटे भाइयों पर कर रहा था वार, खुद आया चपेट में,मौत

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मंगलौर से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। नशा करने के लिए रुपये मांगने पर छोटे भाइयों ने बड़े के सिर पर डंडा मारकर हत्या कर दी। मृतक की गर्दन के पास कुल्हाड़ी के भी निशान मिले हैं। पुलिस का कहना है कि नशे की हालत में कुल्हाड़ी से हमला करते समय वह खुद ही इसकी चपेट में आ गया।


मंगलौर कोतवाली क्षेत्र स्थित लिब्बहरेड़ी गांव निवासी सचिन और उसके दो छोटे भाई आकाश व विकास गन्ना चरखी में मजदूरी करते हैं। घटना गत दिवस रात की है। सचिन अपनी मां मुन्नी और छोटे भाइयों से नशे करने के लिए रुपये मांग रहा था। उन्होंने इनकार किया तो सचिन ने उनकी पिटाई कर घर से निकाल दिया।


मिली जानकारी के अनुसार सचिन की बड़ी बहन निवासी मन्नाखेड़ी को इसकी जानकारी मिली तो वह रात में ही अपने मायके आ गई। बहन ने मायके पहुंचकर किसी तरह मामला शांत कराया।

जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार दोपहर सचिन फिर से भाइयों से झगड़ा करने लगा। सचिन ने कुल्हाड़ी से भाइयों पर हमला कर दिया। इस दौरान बीच बचाव करने आई बहन के हाथ में भी कुल्हाड़ी लग गई और वह घायल हो गई। सचिन ने दूसरा वार किया तो भाइयों ने उसके सिर पर डंडे से हमला कर दिया।


इसी दौरान कुल्हाड़ी के वार की चपेट में खुद सचिन आ गया और जमीन पर गिरकर उसकी मौत हो गई। सचिन की मौत के बाद दोनों भाई मौके से फरार बताये जा रहे हैं।


पुलिस कर रही घटना की जांच
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। साथ ही खून से लथपथ कुल्हाड़ी और डंडा भी कब्जे में ले लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर, पुलिस मृतक की मां और बेटी से घटना की जानकारी ले रही है। पुलिस जांच कर रही है कि मौत सिर पर कुल्हाड़ी लगने से हुई है या फिर डंडा लगने से।


एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है कि नशे के लिए रुपये नहीं मिलने पर सचिन ने कुल्हाड़ी से हमला किया था। इस दौरान सचिन खुद ही कुल्हाड़ी की चपेट में आ गया। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। तहरीर आने पर केस दर्ज किया जाएगा।


तीन भाइयों की नहीं हुई है शादी
तीनों भाइयों की अभी शादी नहीं हुई है। तीनों गन्ने की चरखी पर ही मजदूरी कर परिवार चला रहे थे। बताया जा रहा है कि सचिन को नशे की लत थी। वह अक्सर रुपये के लिए परिवार से विवाद करता रहता था। परिजनों ने कई बार उसे समझाने का प्रयास किया लेकिन उसने नशा नहीं छोड़ा।