संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में दीपक रावत ने दिये स्कूल प्रबंधकों के लिए ये निर्देश

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हल्द्वानी आये दिन स्कूल बसो के एक्सीडेंट की खबरे आती है कई बसो मे आग लगने की कही चालक नशे मे गाड़ी चलाते हुए कई ज़िंदगियों को खतरे मे डाल देता है इन्ही दुर्घटनाओं को रोकने के संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक मे कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत निर्देश स्कूल प्रबंधक अधिकारियों को दिये है

संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक में तय किया गया कि चालक नशे में वाहन चलाते मिला तो उसके वाहन का परमिट निरस्त कर दिया जाएगा, अभी केवल चालान होता है। स्कूल बस हादसों को देखते हुए निर्णय लिया गया कि अब प्रबंधकों को अपने स्कूल में ट्रांसपोर्ट मैनेजर रखना होगा जो बसों के संचालन समेत अन्य व्यवस्थाओं को देखेगा।

मंगलवार को काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में प्राधिकरण की बैठक हुई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शहर और गांवों की यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में काम करें। आरटीओ संदीप सैनी ने आयुक्त को बताया कि हल्द्वानी की बढ़ती आबादी और जनसुविधा को देखते हुए शहर के अंदर छह रूट प्लान तैयार किए गए हैं जिसमें भविष्य में सिटी बसों का संचालन किया जाएगा। बैठक में ट्रेवल एजेंटों को सशर्त पंजीकृत करने का निर्णय लिया गया। 

आरटीओ ने आयुक्त को बताया कि स्कूल बसों के संबंध में जो नियम पूर्व में बनाए गए थे उन्हें एक जगह कंपाइल कर दिया गया है ताकि परमिटधारकों को नियमों की जानकारी हो सके। बैठक में अस्थायी परमिट के आधार पर वाहनों का संचालन कर रहे वाहन चालकों के परमिटों को स्थायी करने का भी फैसला लिया गया। 

स्कूल बस में कैसे लगी आग, नहीं बता पाए अधिकारी
आयुक्त दीपक रावत ने परिवहन विभाग के अधिकारियों से पूछा कि पिछले दिनों किस कारण से गौलापार में एक स्कूल बस में आग लगी थी। आरटीओ संदीप सैनी ने जवाब दिया कि आरआई तकनीकी जांच को गए थे लेकिन अग्निकांड में पूरी बस जल गई। जिसके चलते हादसे के कारणों का पता नहीं चला। कहा कि साल में एक बार स्कूल बसों का इलेक्ट्रीसिटी सर्वे आडिट अनिवार्य किया गया