अंधविश्वास को दरकिनार कर सीएम आवास में मन्त्रों की शक्ति के साथ प्रवेश कर गए धामी

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देहरादून एसकेटी डॉट कॉम

राज्य के मुख्य सेवक यानी मुख्यमंत्री के लिए बनाया गया सरकारी आवास अब तक के मुख्यमंत्रियों के लिए सार्थक कम ही रहा। यहां निवास करने वाले मुख्यमंत्रियों को अपने कई समय से पहले ही मुख्यमंत्री पद से विदाई का दुख झेलना पडा।

लेकिन प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भूतकाल की बातों को दरकिनार कर अंधविश्वास को न मानते हुए वैदिक मंत्रों की गूंज के साथ ह आवाज में प्रवेश किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वह वर्तमान पर विश्वास करते हैं ना भूतकाल की छाया पर विश्वास करते हैं और भविष्य की ज्यादा चिंता भी नहीं करते हैं उन्होंने कहा जब प्रदेश की जनता के एक-एक पैसे से मुख्य सेवक के लिए आवाज बनाया हुआ है तो उसका सदुपयोग जनता की सेवा के लिए किया जाना चाहिए। यहां पर मुख्यमंत्री के प्रवेश के मौके पर मौजूद प्रकांड पंडितों ने कहा कि कई वास्तु शास्त्र की दिक्कतें आती है लेकिन उन्हें मंत्रों के माध्यम से ठीक किया जा सकता है इसलिए मुख्यमंत्री के आवास प्रवेश के द्वारा वैदिक मंत्रों एवं हवन आदि से वास्तु शास्त्र को ठीक करने के लिए गृह प्रवेश यज्ञ का आयोजन किया गया है।

सीएम आवास में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा एवं त्रिवेंद्र सिंह रावत अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाए। जबकि इस आवास में रहने से परहेज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत 4 महीने के अपने कार्यकाल के बाद ही विदा हो गए जबकि हरीश रावत अपना अगला चुनाव दो स्थानों से हार कर दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। इन सभी किस्सों के बीच में नए युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक के लिए बनाए गए इस आवास में प्रवेश किया तथा अमंगल और मनहूसियत की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया।