दो दिन में ही मृत्युंजय मिश्रा की ओएसडी पद से तैनाती रद्द, अब यहां किया गया अटैच
विवादों में रहने वाले उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय कुमार को दो दिन पहले ही ओएसडी आयुर्वेद निदेशालय की कुर्सी मिली थी। जो कि अब छिन गई है। सीएम धामी के निर्देश पर शासन ने उनके तैनाती के आदेश रद्द कर दिए हैं।
28 दिसंबर 2021 को शासन दिए थे बहाली के आदेश
मृत्युंजय कुमार मिश्रा से छिन गई ओएसडी की कुर्सी
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय कुमार मिश्रा के हाथ से ओएसडी आयुर्वेद निदेशालय की कुर्सी चली गई है। दो दिन में ही उनके हाथों से कुर्सी छिन गई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद शासन ने तैनाती के आदेश को रद्द कर दिया है।
सचिव आयुष कार्यालय में किया संबद्ध
तैनाती के आदेश को रद्द करने के बाद डॉ. मृत्युंजय कुमार मिश्रा को वापस से सचिव आयुष कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है। बता दें कि दो दिन पहले 26 जून को मृत्युंजय कुमार मिश्रा के ओएसडी के पद पर तैनाती के लिए आदेश जारी किए थे।
भ्रष्टाचार के आरोप में 2018 में जा चुके हैं जेल
बता दें कि डॉ. मृत्युंजय कुमार मिश्रा साल 2018 में भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भी जा चुके हैं। इन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद कई महीने मृत्युंजय मिश्रा ने जेल में बिताए थे। उन पर आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कुलसचिव पद पर रहते हुए वित्तीय अनियमितता करने के आरोप थे।
28 दिसंबर 2021 को शासन दिए थे बहाली के आदेश
2018 में गिरफ्तार होने के बाद शासन ने इन्हें साल 2021 में फिर से मृत्युंजय कुमार को आयुर्वेद कुलसचिव पद पर पर बहाल करने के आदेश दिए थे। लेकिन एक महीने बाद ही उन्हें इस पद से हटाकर आयुष सचिव कार्यालय में अटैच कर दिया गया था।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें