CDO के समझाने पर माने मिसरास पट्टी के ग्रामीण, चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया वापस
CDO के समझाने पर माने मिसरास पट्टी के ग्रामीण
सहसपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मिसरास पट्टी के ग्रामीणों द्वारा घोषित सड़क नहीं तो वोट नहीं के तहत चुनाव बहिष्कार के निर्णय से प्रशासन हरकत में आया। मुख्य विकास अधिकारी के साथ हुई वार्ता के बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय वापस लिया है।
ग्रामीणों ने वापस लिया चुनाव बहिष्कार का फैसला
बता दें ग्रामीण कई सालों से वन भूमि से होकर गुजरने वाले डूंगा-थानगांव-मिसरास पट्टी तक सड़क के निर्माण की मांग कर रहे हैं। मांगें न माने जाने पर ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। बता दें सड़क की मांग के लिए ग्रामीणों ने वर्ष 2019 में भी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया था।
CDO के आश्वासन पर माने ग्रामीण
बीते गुरुवार को सीडीओ झरना कमठान लोक निर्माण, वन और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ गांव पहुंचीं। उन्हाेंने ग्रामीणों से वार्ता की। सीडीओ ने आश्वासन दिया की जून में सड़क का निर्माण करवा दिया जाएगा। जिसके बाद ग्रामीण ने चुनाव बहिष्कार का फैसला वापस लिया।
जून में बनाई जाएगी सड़क : CDO
सीडीओ ने बताया कि जिला योजना के तहत वन विभाग को बजट मुहैया कराया जाएगा ताकि गांव तक पहुंचने के लिए 3.27 किमी पक्की टाइल्स रोड का निर्माण किया जा सके। गांव के प्रधान दीवान सिंह ने बताया कि आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का फैसला वापस ले लिया है। यदि जून में सड़क का काम शुरू नहीं हुआ तो ग्रामीण मजबूरन डीएम कार्यालय में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
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