‘अपने गिरेबान में झांके कांग्रेस’, अंकिता केस पर केदारनाथ विधायक का पलटवार


अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार सवाल उठाए जाने पर भाजपा की केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने तीखा पलटवार किया है. आशा नौटियाल ने कांग्रेस को अपने शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनके समय में अपराधी किस कदर बेखौफ घूमते थे और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर लापरवाही होती थी.
अपराधियों को 24 घंटे के अंदर भेजा जेल : विधायक
आशा नौटियाल ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद अपराधियों को 24 घंटे के अंदर जेल भेजा गया था. आज भी वे सभी जेल की सलाखों के पीछे ही हैं. सरकार ने तत्परता दिखाते हुए महिला आईपीएस अधिकारी पी रेणुका देवी की अध्यक्षता में एसआईटी टीम का गठन किया. जिसकी बदौलत अपराधियों को जमानत नहीं मिल पाई. नौटियाल ने कहा आरोपियों को उनके गुनाहों की सजा मिली है.
गैंगस्टर एक्ट के तहत अपराधियों पर की कार्रवाई
आशा नौटियाल ने कहा कि गैंगस्टर एक्ट के तहत अपराधियों पर कार्रवाई की. धामी सरकार ने जहां अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. वहीं अंकिता भंडारी के पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी. सरकार ने यह भी आश्वासन दिया कि अपराधियों को उनके गुनाहों की सजा दिलाने के लिए सरकार हर संभव काम करती रहेगी.
कांग्रेस पर लगाए राजनीति करने का आरोप
नौटियाल ने तंज कसते हुए कहा कि कुछ तथाकथित सोशल एक्टिविस्ट और कांग्रेस मिलकर इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि अपराधियों की हर बार की गई जमानत अर्जी सरकारी वकीलों की मजबूत पैरवी के चलते खारिज होती रही, जिससे यह साबित होता है कि सरकार ने किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरती.
अपने शासनकाल में हुए मामलों की जांच करें कांग्रेस : MLA
केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने दो टूक कहा कि कांग्रेस पार्टी को दूसरों पर सवाल उठाने से पहले अपने शासनकाल में हुए मामलों की भी जांच करनी चाहिए, ताकि उन्हें समझ आ सके कि सख्त कार्रवाई किसे कहते हैं और पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता कैसे दिखाई जाती है
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