पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया इस्तीफा कहा बहुत हो गया अपमान जिसे चाहो बना लो सीएम
चंडीगढ़ एसकेटी डॉटकॉम
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल बीएल पुरोहित को पूरे मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें पिछले दो-तीन महीने में तीन बार तलब किया और इससे ज्यादा और क्या समान हो सकता है इस्तीफा देने का फैसला कर लिया अब आलाकमान जिसे चाहे अपनी मर्जी से मुख्यमंत्री बना सकता है। जानकारी के अनुसार कैप्टन ने अपनी सांसद पत्नी परनीत कौर और बेटे रनिंदर सिंह के साथ राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा।
उन्होंने कांग्रेस आलाकमान पर आरोप लगाया कि दो बार सभी विधायकों को दिल्ली तलब कर लिया इससे वह शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं इसीलिए अब उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कही उनके भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से यह फैसला लिया गया है कि शनिवार शाम को विधायक दल की बैठक होगी लेकिन इससे पहले ही कैप्टन ने 4:40 पर राज्यपाल बीएल रोहित को इस्तीफा सौंप दिया इस्तीफा सौंपने के बाद कैप्टन कैपिटल समर्थकों की एक बैठक हुई हालांकि इसमें 10-12 ही विधायक नजर आए जिसमें चार मंत्री भी शामिल हैं
कैप्टन के इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थकों ने उनसे दूरी बना ली आलाकमान के सख्त रवैया की वजह से कैप्टन की बैठक में गिने-चुने ही विधायक गए अब सवाल उठता है की पंजाब की बागडोर किसे सौंपी जाए। कुछ मीडिया में नवजोत सिंह सिद्धू को सीएम बनाने की बात कही जा रही है लेकिन वह वर्तमान में कांग्रेस के अध्यक्ष हैं वही उनके गुड के सुखविंदर सिंह रंधावा मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखते हैं लेकिन उनके मुख्यमंत्री बनने पर कैप्टन समर्थन नाराजगी व्यक्त कर सकते हैं ऐसे में किसके यह कहना काफी मुश्किल है पंजाब में सिख बिरादरी से नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष हैं तो हिंदू पंजाबी वर्ग की ओर से किसी को भी कमाल दी जा सकती है ऐसे ही सिर्फ 5 महीने का ही कार्यकाल बचा है तो सुनील जाखड़ जो पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं वह भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है इसके लिए अजय माकन और हरीश चौधरी और जबर के रूप में चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं।
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