सीएम और एक्स सीएम ने संभाला मोर्चा,दो निर्दलीय से की मुलाकात
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं। जोड़-तोड़ की राजनीति परिणाम आने से पहले ही शुरू हो चुकी है। इस में माहिर माने जाने वाले भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी देहरादून में डेरा जमा लिया है। उनके देहरादून पहुंचने के बाद से कांग्रेस के भीतर खासी खलबली है।
यमुनोत्री से निर्दलीय चुनाव लड़े संजय डोभाल का नाम सुर्खियों में है। डोभाल पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के संपर्क में बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार डोभाल की एक मुलाकात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी हो चुकी है। एक और निर्दलीय प्रत्याशी की भी सीएम धामी और डॉ. निशंक से मुलाकात की चर्चा है। एक क्षेत्रीय दल के प्रत्याशी भी भाजपा के केंद्रीय और प्रांतीय नेताओं के संपर्क में बताए जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि भाजपा सरकार बनाने का कोई मौका गंवाना नहीं चाहती। 2012 में भाजपा को 31 और कांग्रेस को 32 सीटें मिली थी, लेकिन पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने जोड़-तोड़ से सरकार बनाने का विकल्प छोड़ दिया था। पिछले कुछ सालों में कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने आखिरी क्षणों तक सरकार बनाने के प्रयास नहीं छोड़े वह कामयाब हुई। इसी कड़ी में भाजपा सरकार बनाने की सभी संभावनाओं और विकल्पों में बेहद गंभीरता के साथ जुटी है और जिताऊ माने जाने वाले प्रत्याशियों से संपर्क साधने की कोशिशों में जुटी है।भाजपा और कांग्रे भले ही जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि दोनों ही दलों को पूर्ण बहुमत की उम्मीद नहीं है। यही कारण है कि अब जीत की संभावना वाले निर्दलीय प्रत्याशियों पर डोरे डाले जा रहे हैं। कांग्रेस के बागी संजय डोभाल से सीएम धामी और पूर्व सीएम निशंक से मुलाकात हो चुकी है। माना जा रहा है कि अब भाजपा बहुमत से दूर रह जाती है और संजय डोभाल चुनाव जीतते हैं, तो वो भाजपा को अपना समर्थन देंगे।
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