ब्रेकिंग ऊर्जा निगम की लापरवाही बनी लोगों की मौत का कारण गंभीर रूप से घायल लोगों में से मौतों की संख्या बढ़ने की संभावना

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चमोली एसकेटी डॉट कॉम

चमोली जिले में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर सीवर प्लांट में करंट फैलने से 16 लोगों की जान अब तक जा चुके हैं वहीं 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनमें से दो की हालत अधिक अत्यधिक नाजुक बनी हुई है उनके जीवन पर खतरे की तलवार लटकी हुई है ।

ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है हालांकि डॉक्टरों द्वारा भरसक प्रयास किया जा रहा है लेकिन जिस तरह से बिजली के करंट से लोग झुलसे हैं उनके जीवन पर खतरा बहुत अधिक भयंकर रूप से मंडराया हुआ है

वहीं स्थानीय लोगों ने ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया है कि इसके अधिकारियों द्वारा एक बार मजदूर की मौत के बाद भी वहां की सप्लाई को काटने का प्रयास नहीं किया काफी देर बाद जब मृतक मजदूर का पंचनामा करने पहुंचे पुलिस के उप निरीक्षक और होमगार्ड के जवानों के साथ स्थानीय लोग भी पहुंचे तो इस दौरान दोबारा करंट फैलने से यह लोग भी चपेट में आ गए जहां पहले एक व्यक्ति की मौत हुई थी वहीं इसके बाद 15 अन्य लोग भी मौत के मुंह में चले गए इसके अलावा 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनमें से 2 लोग अत्यधिक सीरियस बताए जा रहे हैं ।।

ऐसे में मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया जा सकता है वहीं प्रशासन अपनी और ऊर्जा निगम की लापरवाही को छुपाने के लिए मुंह खोलने से बच रहा है जबकि पुष्कर सिंह धामी ने घायलों और मृतकों के घाव पर मरहम लगाने का प्रयास किया है ।

उन्होंने मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख तथा घायल लोगों को एक ₹ 1-1 लाख की सहायता देने की घोषणा की है यहां बात सहायता या मरहम लगाने की नहीं बल्कि ऊर्जा निगम के जिम्मेदार अधिकारियों और प्रशासन की लापरवाही की वजह से जो इतना बड़ा लोमहर्षक कांड हो गया उसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही होना बहुत बड़ी बात होगी ताकि भविष्य में ऐसे प्रोजेक्टों में लापरवाही न बरती जाए।

20 से ज्यादा ज्यादा लोग बुरी तरह झुलस गए हैं. सभी को आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. सूत्रों के मुताबिक इस हादसे की चपेट में आने से अबतक 16 लोगों की मौत हो गई है. ऐसी आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. सूत्रों का कहना है कि इस हादसे में छह पुलिस कर्मियों की भी जान चली गई है. जानकारी के मुताबिक इस हादसे की चपेट में आने से 20 से ज्यादा लोग भी बुरी तरह झुलस गए हैं. इनमें दो लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें श्रीनगर के हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. वहीं प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया है.

इसलिए पुलिसकर्मी हो गए हादसे का शिकार
बताया जा रहा है कि मंगलवार देर रात को भी सीवर प्लांट के चौकीदार की भी करंट लगने से मौत हो गई थी. मृतक का व्यक्तिगत पंचनामा करने के लिए पुलिस और स्थानीय लोग के साथ सीवर प्लांट के पास पहुंची थी, तभी अचानक फिर से प्लांट में करंट दौड़ गया, जिससे यह हादसा हो गया.