Black Seadevil Anglerfish video: समुद्र का ‘काला शैतान’! समुद्र के अंधेरे में छिपा ‘महाप्रलय’ का डरावना सच?

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Black Seadevil Anglerfish, A Rare Deep-Sea Fish

समुद्र में कई सारे रहस्यमयी और डरावने जीव रहते हैं। इन डरावने जीवों को अगर आपने एक बार सामने से देख लिया तो आपको डरावने सपने आना तो तय है। ऐसा ही एक जीव समुद्र की गहराई में रहता है। दुनिया की इस सबसे रहस्यमयी मछली का नाम एंगलर फिश यानी ब्लैक सी डेविल (Black Seadevil Anglerfish) है। black seadevil anglerfish scientific name Melanocetus johnsonii है।

video link- https://youtube.com/shorts/OsyWdh0Rsfc?si=x7VuFP8JDHQwl-zB

ये एक रहस्यमयी औऱ भयावह मछली है। जो अपने यूनिक स्वरूप, प्रजनन की प्रक्रिया और अपने शिकार की तकनीक के लिए फेमस है। समुद्र की गहराईयों में ये डरावनी मछली पाई जाती है। जहां पर उजाला भी नहीं पहुंच पाता। साथ ही पर्यावरण भी काफी मुश्किल होता है। यहीं कारण है कि समुद्री जीव वैज्ञानिकों की इसमें गहरी रूचि है। इसे समुद्री शैतान (sea devil) के नाम से भी जाना जाता है।

Black Seadevil Anglerfish, A Rare Deep-Sea Fish

कहा पाई जाती है Black Seadevil Anglerfish

अटलांटिक और अंटार्कटिक महासागरों के गहरे पानी में ब्लैक सीडेविल एंगलरफ़िश पाई जाती है। आमतौर पर एंगलरफिश समुद्र के मेसोपेलैजिक जोन में पाई जाती है। समुद्र में करीब 200 से 2,000 मीटर यानी की लगभग 650 से 6,500 फीट की गहराई में रहती है। जहां मुश्किल से उजाला पहुंच पाता है।

कैसा दिखता है ब्लैक सी डेविल (black seadevil anglerfish facts)

डरावनी मछली Black Seadevil Anglerfish काले रंग की होती है। इसका शरीर गोल और दांत बड़े और नुकीले होते हैं। जिससे ये दिखने में बहुत डरावनी लगती है। इस अजीबोगरीब मछली को देखकर किसी की भी रूह कांप जाए। मादा Black Seadevil Anglerfish के सिर पर एक बायोल्यूमिनसेंट अंग होता है। ये अंग खुद ही उजाला उत्पन्न करता है। जिसे मादा मछली शिकार को आकर्षिक करने के लिए यूज करती हैं।

मादा ब्लैक सीडेविल लगभग 20 सेंटीमीटर यानी की करीब आठ इंच तक(black seadevil anglerfish size) लंबी हो सकती है। तो वहीं इसके इतर नर मछलियां मादा से काफी छोटी होती है। उनका मुख्य काम केवल प्रजनन में सहयोग देना होता है।

angler fish

शिकार की यूनिक तकनीक

जैसा की हमने बताया कि ब्लैक सी डेविल के सिर पर बायोल्यूमिनसेंट अंग मौजूद होता है। इस अंग का उपयोग कर मछली अंधेरे में अपने शिकार को आकर्षित करती है। ज्यादातर ये मछलियां छोटी मछलियों और क्रस्टेशियंस का शिकार करती है। सिर पर लगी चमकती हुई लाइट के पास जब शिकार आता है तो ये मछली अपने बड़े और नुकीले दांतों से उसे पकड़ लेती है।

खास है प्रजनन की प्रक्रिया

ब्लैक सी डेविल की प्रजनन प्रक्रिया की बात करें तो वो काफी यूनिक और हैरान कर देने वाली होती है। नर एंगलरफिश साइज में मादा की तुलना में काफी छोटे होते हैं। ज्यादा समय तक वो स्वतंत्र रूप से जीवित नहीं रह सकते हैं। ऐसे में वो खुद को मादा मछली के शरीर से चिपका लेते हैं। नर जैसे ही मादा को ढूंढता है वैसे ही उसे अपने दांतों से उसकी त्वचा में काटकर अपने आप को उससे जोड़ लेता है। धीरे-धीरे वो मादा में समाहित हो जाता है।

आसान भाषा में कहा जाए तो नर का शरीर मादा से जुड़कर उसके साथ मर्ज हो जाता है। नर के अंग और त्वाचा मादा के शरीर के साथ मिल जाते हैं। जुड़ने के बाद नर के बाकी अंग समय के साथ काम करना बंद कर देते है। वो केवल स्पर्म पैदा करने के लिए जीवित रहता है। जुड़ने की वजह से जब भी मादा को अंडे देने होते है वो नर से सीधे स्पर्म ले लेती है। जिससे प्रजनन की प्रक्रिया बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के संभव हो जाती है। बता दें कि एक मादा मछली के शरीर पर एक साथ कई सारे नर जुड़ सकते हैं। मादा एंगलरफिश को जब भी प्रजनन की जरूरत होती है उसे आसानी से स्पर्म मिल जाते हैं।

Black Seadevil Anglerfish

बड़ी और ताकतवर होती है मादा Black Seadevil Anglerfish

ऑस्ट्रेलियन म्यूज़ियम के मुताबिक इस प्रजाति में मादा मछली नर से ज्यादा बड़ी तो होती ही है। साथ ही बड़ी ताकतवर भी होती है। जहां मादा करीब आठ इंच तक लंबी होती है। तो वहीं नर सिर्फ एक इंच (black seadevil anglerfish male) तक बढ़ता है। साथ ही शिकार को आकर्षित करने के लिए नर के पास मादा जैसा चमकने वाला अंग भी नहीं होता।

इसी साल पहली बार देखी गई Anglerfish

इसी साल फरवरी में वैज्ञानिकों ने एक ब्लैक सी डेविल को समुद्र की सतह (black seadevil anglerfish surface) पर तैरते हुए देखा गया था। बता दें कि ये पहली बार था जब इस मछली को समुद्र की सतह पर तैरते हुए देखा गया था। इसे अफ्रीका के तट से दूर कैनरी द्वीपसमूह के पास देखा गया था। आमतौर पर ये मछलियां समुद्र की सतह से हजारों फीट नीचे पाई जाती है। लेकिन ये मछली उस वक्त अपनी गहराई से काफी ऊपर आई हुई थी। अमुमन ये मछलियां इतनी कम गहराई में नहीं देखी जाती।

इस यूनिक खोज का श्रेय स्पेनिश संगठन कॉन्ड्रिक टेनेरिफ़ (Condrik Tenerife) और समुद्री जीवन फोटोग्राफर डेविड जारा बोगुना (David Jara Boguna) को जाता है। जब वो शार्क पर रिसर्च कर रहे थे।

इस मछली की वीडियो सोशल मीडिया (black seadevil anglerfish)पर भी शेयर की गई है। जिसमें देखा जा सकता है कि मछली दिन के समय सतह पर तैरती हुई नजर आ रही थी। वीडियो इसलिए भी खास है क्योंकि इससे पहले इस मछली को इस तरह कभी भी जिंदा नहीं देखा गया था। हालांकि मछली इतनी ऊपरी सतह पर क्यों आई थी इसका कारण वैज्ञानिकों को फिलहाल नहीं पता चल पाया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि या तो ये मछली बीमार थी या फिर शिकारी से बचने के लिए इतनी ऊपर आई थी।

2014 में इस मछली को कैमरे में किया गया था कैद

हालांकि कुछ समय बाद ही ये मछली मर(black seadevil anglerfish died) गई थी। घंटों तक इसपर अध्ययन किया गया था। लेकिन पहले से घायल होने की वजह से इसे बचाया नहीं जा सका। ये खोज वैज्ञानिकों के लिए काफी अहम है। इससे समुद्र की गहराइयों में रहने वाले जीवों को समझने में आसानी होगी। इससे पहले साल 2014 में हवाई के तट पर इस मछली को देखा गया था। उस समय मोंटेरे बे एक्वेरियम रिसर्च टीम ने इसे पहली बार कैमरे में कैद किया गया था।