दिल्ली को दहला देने का प्लान बना रहे दो युवकों को एटीएस ने धरा, एक का निकला उत्तराखंड से संबंध

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हत्या के मामले में जेल में बंद गूलरभोज के जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को बहन की शादी के लिए पैरोल मिली थी लेकिन वह फरार हो गया। तभी से वह आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) से जुड़ गया।

अब एटीएस दिल्ली ने जगजीत समेत दो को आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार किया तो उसका राज खुल रहा है। इनका आतंकी अर्शदीप सिंह डल्ला से भी संपर्क था। आतंकी जगजीत सिंह पर जिले में तीन केस दर्ज हैं। टारगेट किलिंग का प्लान कर रहे दो आतंकियों को गिरफ्तार किया

एटीएस ने दिल्ली से टारगेट किलिंग का प्लान कर रहे दो आतंकियों को गिरफ्तार किया। एक आतंकी ऊधम सिंह नगर जिले में गुलरभोज के कोपा कृपाली गांव का रहने वाला जगजीत सिंह उर्फ जग्गा हैं।

पुलिस के अनुसार वर्ष 2018 में जगजीत सिंह उर्फ जग्गा ने पंतनगर-रुद्रपुर से एक टैक्सी इलाहाबाद के लिए बुक की थी। रायबरेली के पास उसने चालक की हत्या कर उसका शव उन्नाव में फेंक दिया।

इस मामले में पुलिस को पता चला तो उन्होंने जगजीत सिंह की तलाश शुरू कर दी थी। लोकेशन मिलने पर पुलिस ने उसे झनकइया खटीमा क्षेत्र से मुठभेड़ में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दो अप्रैल 2022 से 21 अप्रैल 2022 तक वह बहन की शादी के लिए पैरोल पर जेल से बाहर आया। तभी से वह फरार हो गया।

जिले की पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। जग्गा ने अगस्त 2022 में न्यायालय में पेशी पर आ रहे दो साथियों को छुड़ाने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस की सक्रियता से जगजीत सिंह के साथी पकड़े गए और मगर वह भागने में कामयाब रहा। इसके बाद वह लखीमपुर खीरी और फिर दिल्ली चला गया। जहां उसका संपर्क खालिस्तानी टाइगर फोर्स और गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के गिरोह से हो गया।

पाकिस्तान से आतंकी रोडे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप के जरिए बना रहा नेटवर्क
प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख और पाकिस्तान में रह रहा लखवीर सिंह रोडे गैंगस्टर अर्शदीप सिंह डल्ला के जरिए अपना नेटवर्क तैयार करने में जुटा हुआ है। दिल्ली में गिरफ्तार गूलरभोज के जगजीत सिंह का कनेक्शन भी उनसे मिला है।