24 प्रश्नों का उत्तर देकर बनी टॉपर की फिर से होगी जांच
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले में लगातार कोई न कोई बड़ा खुलासा हो रहा हैं। जिससे सभी भर्ती परीक्षाएं संदेह के घेरे में आ गई हैं। अब एक और नया खुलासा सामने आया है। जिसमें 2018 की कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा में युवती परीक्षार्थी ने परीक्षा के दौरान केवल 24 प्रश्नों के उत्तर दिए थे इसके बावजूद भी परीक्षर्थी परीक्षा में टॉप आई थी। ओएमआर शीट में छेड़खानी की शुरूआती पुष्टि के बावजूद शिकायतकर्ता ने दिसंबर 2021 में कोर्ट में एफआर जमा करा दी गई है। सीसीटीवी फूटेज के आधार पर ये कहते हुए फाइल को बंद कर दिया गया था कि दस्तावेजों में किसी प्रकार की छेड़खानी नहीं की गई है।
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में डीजीपी अशोक कुमार के आदेश पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी. मुरुगेशन ने देहरादून एसएसपी को पत्र लिखकर 24 सितंबर 2018 की कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा में दर्ज मुकदमें की फिर से जांच करने के आदेश दिए हैं। मुकदमा दर्ज होने पर टॉपर युवती पर फिर से जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि इस मामले में जनवरी 2020 को अनुसचिव राजन नैथानी ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन मामले में पुलिस ने सीसीटीवे फूटेज के आधार पर ओएमआर शीट में किसी भी छेड़खानी होने से इनकार करते हुए कोर्ट में एफआर लगाई थी। जबकि मूल ओएमआर शीट की जांच में सामने था कि उत्तर के दोनों गोलों में काफी अंतर था। इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि यूकेएसएसएससी की कई भर्तियां में गड़बड़ियां मिलने के उपरांत भर्ती में टॉपर की फिर से जांच कराई जा रही है।
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