सामने आया एक और घोटाला, सहकारी बैंकों में मनमाने तरीके से बदले मानक, चहेतों को दी नौकरी
जिला सहकारी बैंकों में हुई नियुक्तियों में धांधली का खुलासा जिले दर जिले जारी है। उधम सिंह नगर में डीसीबी में हुई नियुक्तियों में हुई धांधलियों की पोल खुल गई है। इस मामले में जांच रिपोर्ट आ गई है। ये रिपोर्ट बताती है कि सहकारी बैंक के अधिकारियों ने चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती में खूब धांधली की। ऐसा लगता है मानों अधिकारियों को नियम और कानून का कोई डर ही नहीं था। इसके पहले पिथौरागढ़ और देहरादून में भी भर्तियों में ऐसी मनमानी सामने आ चुकी है।
मीडिया में प्रकाशित एक समाचार के मुताबिक बैंकों ने अपनी मर्जी से अपने मानक तय कर लिए और पहले से निश्चित मानकों को बदल दिया।
उधम सिंह नगर की रिपोर्ट बताती है कि चयन में कुछ आवेदनकर्ताओं को एक ही खेलकूद स्पर्धा के सर्टिफिकेट पर कई बार नंबर दिए गए। भले ही स्पर्धा साल में एक बार हुई हो लेकिन उसके अंक एक ही साल में एक से अधिक बार दे दिए गए हैं। यही नहीं, जिस साल फुटबाल लीग हुई ही नहीं उस साल के लिए भी सर्टिफिकेट के नंबर दिए गए हैं।
हैरानी इस बात की भी है कि एनसीसी, एनएसएस और अन्य गतिविधियों के लिए भी नंबर दिए जाएं लेकिन बैंक अधिकारियों ने इस नियम को नहीं माना। रिपोर्ट बताती है कि कई जगह तो पात्र अभ्यर्थियों के नंबर ही गलत तरीके से बदल दिए गए हैं।
आपको बता दें कि सहकारिता विभाग के मंत्री धन सिंह रावत ने पुष्कर सिंह धामी की दूसरी बार सरकार बनने के बाद डीसीबी में हुई भर्तियों में घपले की जांच के आदेश दिए गए थे।
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