कुमाऊनी साहित्यकारों की हुई उपेक्षा का आरोप

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दिल्ली एसकेटी .कॉम
गढ़वाली कुमाऊनी और जौनसारी अकादमी के द्वारा आयोजित गोष्ठी में कुमाऊनी की उपेक्षा से आहत साहित्यकारों का कहना है कि दिल्ली में आयोजित गोष्ठी में कुमाऊनी साहित्यकारों की बड़ी उपेक्षा हुई है।

इस गोष्ठी में कल 31 साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया जिनमें सर्वाधिक गढ़वाल मंडल से 21 कुमाऊं मंडल से सात ,जौनसार से दो तथा हिंदी साहित्य से एक साहित्यकार को आमंत्रित किया गया।

दिल्ली मे आयोजित गोष्ठी में बड़ी संख्या मे साहित्यकारों को गढ़वाल से बुलाया गया वहीं कुमाऊं से सिर्फ सात ही साहित्यकारों को बुलाया जो कि निश्चित रूप से कुमाऊं की उपेक्षा है। करीब बराबर के साहित्यकारों को इस गोष्ठी में बुलाया जाना था ताकि दोनों मंडलों के सर्वांगीण साहित्य की बात गोष्टी के माध्यम से जनता के बीच जाती। कुमाऊं के जगदीश पंत समेत कई साहित्यकारों ने आयोजनकर्ता मंडल से भविष्य में कुमाऊं को भी गढ़वाल के बराबर प्रतिनिधित्व देने की मांग की गई