भ्रमित जानकारी देकर दलित व्यक्ति के मकान छुड़वाने का मामला हुआ गर्म, भीम आर्मी आई दलित के समर्थन में

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हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम

दमुआ ढुंगा निवासी जीतराम के मकान के बारे में भ्रामक जानकारी लेकर उनके खुलवाने का मामला पुलिस के सामने पहुंच गया है पुलिस द्वारा मकान तुड़वाने में वाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद यह मामला उल्टा पड़ता नजर आ रहा है

आज भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष विकास कुमार के नेतृत्व में भीम आर्मी का एक शिष्ट मंडल ने पुलिस उपधीक्षक से मिला और उनको अवगत कराया कि भीम आर्मी को जीतराम ने प्रार्थना पत्र देकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार से मुक्ति दिलवाए जाने की मांग की है।

जीतराम पुत्र श्री गोपराम निवासी दमुवाढुंगा अपनी तीन पीढ़ियों से खेती का कार्य करके अपने परिवार का पालन पोषण करते आ रहे हैं, परिवार को रहने के लिए जगह की कमी को देखते हुए एक छोटा सा भवन का निर्माण करवा रहे थे जिसे देखकर मनोज गोस्वामी नामक दबंग व्यक्ति ने जीतराम से 2000 वर्ग फिट जगह की मांग की तथा जगह न देने पर निर्माणाधीन भवन को क्षेत्रीय प्रशासन से शिकायत करके तुड़वाने की धमकी दी।

जीतराम ने जगह देने से इंकार कर दिया तो मनोज गोस्वामी ने प्रशासन भ्रमित करके गलत सूचना देकर मेरा निर्माणाधीन भवन को ध्वस्त करवा दिया जबकि मेरे मकान से पहले काफी मकान बने हुए हैं जो की मेरे मकान के मुकाबले नाले के ज्यादा नजदीक बने हैं। उनको नही तोड़ा गया। जबकि मेरे पास 1973 की जिला पंचायत के टैक्स की रसीदें भी मौजूद हैं। मनोज गोस्वामी द्वारा 2000 वर्ग फिट जगह मांगने की शिकायत मैंने काठगोदाम थाने में लिखित रूप में दी तो पुलिस द्वारा जांच किए जाने के बाद मनोज पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया तब तब पुलिस पर दबाव डालने के लिए पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गया है और पुलिस के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहा है।


अतः महोदय से निवेदन है कि मेरा मकान नाले से काफी दूरी पर बनाया जा रहा था यदि उपरोक्त जगह का निरीक्षण किया जाय तो काफी मकान नाले के ऊपर बने हुए हैं जिनको ध्वस्त नही किया गया है। उपरोक्त प्रकरण की अपने स्तर से जांच करवाकर संवैधानिक कार्रवाई की जाए अन्यथा अपने ऊपर हो रहे अन्याय के विरोध में मुझे भी धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।


ज्ञापन देने सिराज अहमद, नफीस अहमद खान, विकास कुमार, जीतराम हरीश लोधी, आर पी गंगोला, अताउल्लाह सैफी, सुंदरलाल बौद्ध, विद्या देवी, माला देवी, गीता आदि उपस्थित थी।