ड्रग तस्करी की काली कमाई का पैसा हल्द्वानी में, ईडी ने किया खुलासा

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डार्क वेब के जरिये ड्रग तस्करी करने वाला माफिया बनमीत सिंह नरूला अमेरिका की जेल में बंद है। मनी ट्रेल के शक में ईडी ने 26 अप्रैल को उसके भाई परविंदर सिंह नरूला को हल्द्वानी में उसके घर से गिरफ्तार किया था। अब उसके पास से 130 करोड़ रुपये कीमत के बिड क्वाइन जब्त कर लिए गए हैं। ये सारी कार्रवाई अमेरिका के अनुरोध पर की गई है।

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गुरुतेग बहादुर गली तिकोनिया में बनमीत का घर है। जहां उसके पिता, पत्नी, बच्चे और भाई परविंदर रहता है। 25 अप्रैल को ईडी ने यहां छापा मारा था। 27 अप्रैल की सुबह तक चली छापेमारी और पूंछतांछ के बाद ईडी ने परविंदर को गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारीयो के मुताबिक परविंदर से 130 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की क्रिप्टोकरेंसी ‘बिटकॉइन’ जब्त की है। अमेरिका से बनमीत की गिरफ्तारी के बाद इस बात के इनपुट मिले थे कि बनमीत ने ड्रग्स की कमाई को भारत में अपने भाई तक पहुंचाया।

गोपनीय जांच शुरू की गई तो मामला सही पाया गया। जांच एजेंसी ने कहा कि आरोपी ‘डार्क वेब’ के माध्यम से मादक पदार्थ की अवैध बिक्री के जरिये अर्जित आय को सौंपने लिए सहमत हुआ है। ये अवैध बिक्री अधिकतर यूरोपीय देशों में की गई। ईडी ने कहा कि ये जांच धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 2 (आरए) को लागू करते हुए अमेरिकी अधिकारियों से प्राप्त पारस्परिक कानूनी सहायता अनुरोध के आधार पर शुरू की गई थी। परविंदर सिंह और उसका भाई बनमीत सिंह कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर ‘सिंह डीटीओ’ नामक एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी ग्रुप का संचालन कर रहे थे।

एजेंसी ने कहा, डीटीओ का मतलब ‘ड्रग ट्रैफिकिंग ऑर्गनाइजेशन’ है। आरोपी ‘डार्क वेब’ के माध्यम से अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय देशों में मादक पदार्थ की बिक्री करते थे। एक बिटकॉइन की कीमत भारतीय मुद्रा में करीब 53 लाख रुपये है।