41 लोगो की जान के लिए खतरे की घंटी का कारण बनी नव युग कंपनी ने भी भाजपा को दिया 55 करोड़ का चंदा, अब खुल मामला तो समझ आया कि कंपनी पर क्यों नही की कार्यवाही

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सिलक्यारा टनल में फंसी 41 लोगों की जिस कंपनी की वजह से खतरे में पड़ी उसे कंपनी के खिलाफ भाजपा की सरकार ने इसलिए कार्रवाई नहीं की कि उसने भाजपा को 55 करोड़ रूपया चंदे में दिया ।

यह चंदा एसबीआई के इलेक्ट्रॉन बांडके रूप में दिया गया आज यह मामला खुला तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई आखिर अब समझ में आया कि इस कंपनी के खिलाफ सरकार ने कार्यवाही क्यों नहीं की।

इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना और प्रवक्ता गरिमा दासानी ने भाजपा पर निशाना चाहते हुए कहा कि अब लोगों को समझ में आया कि जिस कंपनी का टेंडर ही निरस्त होना चाहिए था बल्कि उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्द होना था लेकिन ऐसा क्यों होता जबकि उसने तो पहले ही 55 करोड रुपए सरकार की जेब में डाले हुए हैं

नवयुग कंपनी का नाम आया सामने
सामने आया कांग्रेस का रिएक्शन
कंपनी पर कार्रवाई न होने की ये बताई वजह
नवयुग कंपनी का नाम आया सामने
बता दें कि साल 2023 में 12 नवंबर को उत्तरकाशी में ढही सुरंग का निर्माण यही कंपनी कर रही है। आंकड़ों के मुताबिक नवयुग कंपनी ने कम से कम 55 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे हैं। जिसके बाद अब कांग्रेस ने भी नवयुग कंपनी पर सवाल दागना शुरू कर दिया है।

सामने आया कांग्रेस का रिएक्शन
राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे के लिए जहां इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया था। जिसके बाद इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली कम्पनियों की जानकारी देने को कहा गया था। वहीं सभी इस बात को लेकर इंतजार कर रहे थे कि आखिरकार किस कंपनी के द्वारा कितना चंदा राजनीतिक दलों को दिया गया है। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसोनी का रिएक्शन सामने आया है।

कंपनी पर कार्रवाई न होने की ये बताई वजह
गरिमा दसोनी ने कहा कि लापरवाही के बाद भी सुरंग का निर्माण कर रही कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। इसका कारण अब साफ हो गया है। बता दें सोशल मीडिया पर भी कई तरीके के सवाल उठ रहे हैं। जिसमें नवयुग कंपनी के द्वारा 2019 में 30 करोड रुपए अक्टूबर 2019 में 15 करोड रुपए और अक्टूबर 2022 में 10 करोड रुपए की इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने की बात वायरल हो रही है।