उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जल्द मिलेगा GI tag, मंडुवा, बुरांश शरबत समेत ये हैं लिस्ट में शामिल

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उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जल्द ही जीआई टैग मिल सकता है। इस लिस्ट में बुरांश शरबत समेत 16 और उत्पाद शामिल हैं। उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जीआइ टैग मिलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है।

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जल्द मिलेगा उत्तराखंड के 18 उत्पादों को GI tag
उत्तराखंड सरकार ने वोकल फॉर लोकल के नारे के तहत प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। उत्तराखंड के 18 उत्पादों को जीआइ टैग मिलने जा रहा है। प्रदेश के इन 18 उत्पादों को जीआई टैग मिलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है।

11 व 12 मई को राज्य में विभिन्न स्थानों पर होगी सुनवाई
18 उत्पादों को जीआई टैग मिलने के संबंद में राज्य की ओर से किए गए आवेदनों की सत्यता के मद्देनजर केंद्रीय उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के महानियंत्रक (पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेडमार्क) प्रो उन्नत पी पंडित समेत अन्य अधिकारी सुनवाई करेंगे। इस पर 11 और 12 मई को राज्य में विभिन्न स्थानों पर सुनवाई होगी।

इन उत्पादों को मिलेगा GI tag
सरकार की ओर से 13 कृषि उत्पादों और पांच हस्तशिल्प उत्पादों पर जीआई टैग प्राप्त करने के लिए केंद्रीय उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार मंत्रालय में आवेदन किया था। जिसमें 13 कृषि उत्पादों में उत्तराखंड लाल चावल, बेरीनाग चाय, काला भट्ट, गहथ, मंडुवा, झंगोरा, बुरांस शरबत, चौलाई (रामदाना), पहाड़ी तोर दाल व माल्टा, अल्मोड़ा लखौरी मिर्च, रामनगर-नैनीताल लीची, रामगढ़-नैनीताल आडू शामिल हैं।

क्या है GI tag ?
GI का पूरा मतलब Geographical Indication यानी भौगोलिक संकेत है। जीआई टैग एक प्रतीक है जो मुख्य रूप से किसी उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाता है। जीआई टैग किसी उत्पाद की विशेषता के बताता है।

किसी उत्पाद को जीआई टैग देना ये बताता है कि विशेष उत्पाद किस जगह पैदा होता है या इसे कहां बनाया जाता है। ये उन उत्पादों को ही दिया जाता है जो अपने क्षेत्र की विशेषता रखते हों। या फिर सिर्फ उसी क्षेत्र में पैदा होते हों या बनाए जाते हों।

GI TAG
क्या हैं इसके फायदे ?
किसा उत्पाद को जीआई टैग मिलने का मतलब है कि इसके जरिये उस उत्पाद को कानूनी संरक्षण मिलता है। जीआई टैग मिलने के बाद मार्केट में उसी नाम से दूसरा प्रोडक्ट नहीं लाया जा सकता है। इसके साथ ही किसी उत्पाद को जीआई टैग मिलने का मतलब उत्पाद की अच्छी गुणवत्ता का पैमाना भी होता है।

जिससे देश के साथ-साथ विदेशों में भी उस उत्पाद के लिए बाजार आसानी से मिल जाता है। यानी जीआई टैग मिलने के बाद किसी उत्पाद के लिए रोजगार से लेकर राजस्व वृद्धि तक के दरवाजे खुल जाते हैं।