उत्तराखंड सरकार ने अपनाया सख्त रवैया,हड़तालियो के खिलाफ किया मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड में देहरादून स्थित सचिवालय में सचिवालय संघ के कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल किए जाने के बाद से सरकार ने उनके खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए नो वर्क नो पे का आदेश जारी कर दिया और जब सचिवालय संघ के लोग अपनी हड़ताल जारी रखी तो हड़ताल करने पर पुलिस ने हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि मामला गत दिवस का है। यहां पर हड़ताल करने वाले कर्मचारियों पर सचिवालय परिसर में बिना अनुमति के भीड़ लेकर सचिवालय में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारियों को जबरन बल पूर्वक बाहर निकालकर, उन्हें सरकारी कार्य करने से रोकने, शासकीय कार्यो में व्यवधान उत्पन करने, सचिवालय के कर्मचारियों-अधिकारियों के विरुद्ध आपत्तिजनक शब्दो का प्रयोग करने और सचिवालय परिसर में एकत्रित होकर मार्ग अवरुद्ध करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आपको बता दें कि अपनी 22 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी मुखर हैं और सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद किए हैं। अपनी मांगों पर सहमति बनने के बावजूद शासनादेश जारी न होने से नाराज सचिवालय संघ ने 24 नवंबर से आंदोलन शुरू किया।इसके तहत पहले दो घंटे और फिर चार घटे का कार्य बहिष्कार किया गया। सोमवार शाम को हुई कैबिनेट की बैठक में सचिवालय कार्मिकों के मसले न आने से आक्रोशित सचिवालय कर्मियों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का ऐलान किया।गत सुबह सभी हड़ताली कर्मी सचिवालय परिसर स्थित एटीएम चैक पर एकत्र हुए और सचिवालय प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी। जिसके बाद देर रात कोतवाली पुलिस ने हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया।
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