Pahalgam Attack को लेकर बड़ा खुलासा! पहले से था प्लान, 1-7 अप्रैल तक आतंकियों ने की थी रेकी फिर…


Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम में मंगलवार(Pahalgam Attack) को जो हुआ वो किसी भी इंसान की रूह को झकझोर देने के लिए काफी है। सेना की वर्दी पहनकर आए आतंकियों ने बायसरन घाटी में अंधाधुंध गोलियां बरसा दी। वहां मौजूद पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा गया, पहचान पत्र देखे गए और फिर उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया। अब तक 26 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं।

पहले से थी तैयारी रेकी भी की गई थी Pahalgam Attack
जांच एजेंसियों से जानकारियां सामने आ रही हैं। जो कि पहले से बनी साजिश की ओर इशारा कर रही हैं। खुफिया इनपुट के मुताबिक 1 से 7 अप्रैल के बीच हमलावरों ने इलाके की पूरी रेकी की थी। हमले को अंजाम देने वाले छह आतंकी बताए जा रहे हैं। जिनकी अगुवाई टीआरएफ कमांडर सैफुल्लाह ने की थी। मौके से कुछ दूरी पर एक बिना नंबर प्लेट की बाइक भी मिली है। जिससे ये साफ होता है कि आतंकी पूरे प्लान के साथ आए थे।

नृशंसता की सारी हदें पार Pahalgam Terror Attack
Pahalgam Terror Attack की ये घटना दोपहर करीब तीन बजे की है। जब पर्यटक बायसरन घाटी में टट्टू की सवारी कर रहे थे। कुछ खाने-पीने की दुकानों के आसपास वक्त बिता रहे थे। तभी आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया। चश्मदीदों के मुताबिक कुछ पर्यटकों को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वो हिंदू थे। इस दौरान करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।
दिल दहला देने वाली गवाही
कर्नाटक से आए मंजुनाथ राव की पत्नी ने बताया कि उनके सामने ही आतंकियों ने मंजुनाथ को सिर में गोली मारी। जब उन्होंने रोते हुए कहा कि उन्हें भी मार दो। तो आतंकी बोले, “तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ और मोदी को बता दो।” ये बात सुनकर रूह कांप जाती है।

सरकार अलर्ट, पीएम लौटे देश
हमले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी यात्रा बीच में छोड़ दी और सीधे हालात की समीक्षा में जुट गए। उन्होंने NSA अजीत डोभाल और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ मीटिंग की। गृह मंत्री अमित शाह ने भी तुरंत एक्शन लिया और देर रात श्रीनगर पहुंचकर सुरक्षा अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बुधवार को वे पहलगाम का दौरा कर सकते हैं।

क्या बोले सीएम और एजेंसियां
सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को ‘घृणित’ बताया और कहा कि इसमें शामिल आतंकी किसी भी तरह की इंसानियत से दूर हैं। NIA को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, और शक है कि इसमें लोकल मददगार भी शामिल हो सकते हैं।
पीड़ितों की लिस्ट
इस हमले में कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, नेपाल और UAE के नागरिकों की जान गई है। महाराष्ट्र के दलीप जयराम, गुजरात के हिम्मत भाई, नेपाल के संदीप नवपने और UAE के उधवानी रादीप कुमार जैसे कई नाम हैं जो अब सिर्फ लिस्ट में रह गए हैं।
श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले आतंक का नंगा नाच
तीन जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है। उससे ठीक पहले इस तरह का हमला एक बड़ा अलर्ट है। पहलगाम और आसपास के इलाकों में नाकेबंदी कर दी गई है और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। जो कुछ हुआ वो सिर्फ एक आतंकी हमला नहीं था। ये इंसानियत के चेहरे पर बदनुमा दाग था। अब देखना ये है कि सरकार और सुरक्षाबल इस ज़ख्म का जवाब कैसे देते हैं।
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