पुलिस के सामने कांप गया महाराष्ट्र का बदमाश, हाथ जोड़कर बोला ‘माफ कर दीजिए, गलती हो गई, अब यहां नहीं आएंगे’

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यूपी पुलिस के सामने कांप गया महाराष्ट्र का बदमाश, हाथ जोड़कर बोला ‘माफ कर दीजिए, गलती हो गई, अब यहां नहीं आएंगे’
यूपी पुलिस के सामने कांप गया महाराष्ट्र का बदमाश, हाथ जोड़कर बोला ‘माफ कर दीजिए, गलती हो गई, अब यहां नहीं आएंगे’
झांसी में पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाश घायल हुए और एक गिरफ्तार. डर से बदमाश बोले- “अब यूपी नहीं आएंगे, गलती हो गई.” महाराष्ट्र से आए थे, कई राज्यों में कर चुके थे वारदातें.

यूपी पुलिस के सामने कांप गया महाराष्ट्र का बदमाश, हाथ जोड़कर बोला ‘माफ कर दीजिए, गलती हो गई, अब यहां नहीं आएंगे’

उत्तर प्रदेश में लगातार हो रहे एनकाउंटर अब अपराधियों के दिल और दिमाग पर हावी होते नजर आ रहे हैं. झांसी में इसका ताजा उदाहरण सामने आया, जहां पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ के बाद अपराधियों ने माफी मांगते हुए कहा – “गलती हो गई यूपी आकर, अब दोबारा नहीं आएंगे.” ये घटना साफ इशारा करती है कि यूपी पुलिस की सख्त कार्यवाही से अपराधियों में भय का माहौल बन चुका है. मुठभेड़ में घायल बदमाशों के चेहरे पर न केवल दर्द, बल्कि गहरी घबराहट भी साफ नजर आई.

कार चोरी की वारदात के बाद शुरू हुई तलाश
सोमवार, 13 अक्टूबर को झांसी के नवाबाद थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग जगहों से कार में रखे बैग चोरी की घटनाएं सामने आईं. नगर निगम और जेल चौराहे के पास हुई इन वारदातों की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और एफआईआर दर्ज की गई.


स्वॉट टीम और स्थानीय पुलिस ने मिलकर इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी. जांच के दौरान सूचना मिली कि सुकुंवा ढुकवां कॉलोनी के पीछे जंगल में कुछ संदिग्ध छिपे हुए हैं.

मुठभेड़ में दो घायल, एक गिरफ्तार, दो फरार
सूचना पाकर पुलिस टीम जब मौके पर पहुंची, तो वहां मौजूद बदमाशों ने भागने की कोशिश की. पुलिस ने उन्हें घेरने का प्रयास किया, लेकिन जवाब में बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी.

पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो बदमाशों के पैर में गोली लगी, जबकि तीसरे को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान दो अन्य बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए.

बदमाशों की माफी: “यूपी आकर गलती कर दी”
एनकाउंटर में घायल हुए बदमाशों की हालत गंभीर थी, लेकिन उससे ज्यादा उनकी मानसिक स्थिति में डर और पछतावा नजर आया. उन्होंने पुलिस से माफी मांगते हुए कहा – “हमसे गलती हो गई, अब यूपी में क्राइम नहीं करेंगे, दोबारा नहीं आएंगे.” उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. इस दौरान उनके पास से पुलिस ने दो लाख रुपये नकद, दस्तावेज, तमंचा और कारतूस बरामद किए.

महाराष्ट्र से आए थे अपराध करने
पकड़े गए तीनों बदमाश आपस में रिश्तेदार हैं और महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के रहने वाले हैं. पुलिस पूछताछ में पता चला कि वे ट्रेन से उत्तर प्रदेश आए थे और एक तय रणनीति के तहत वारदातों को अंजाम दे रहे थे.

उनका तरीका काफी शातिर था – पहले किसी कार के पास जाकर किसी बहाने (जैसे पैसे गिरना या टायर पंचर बताना) से लोगों को बाहर निकालते और फिर मौका देखकर गाड़ी में रखा बैग या सामान लेकर फरार हो जाते.

चलायमान गैंग: एक जगह नहीं रुकते
इन बदमाशों की खासियत ये है कि वे एक जगह रुककर अपराध नहीं करते. वे लगातार शहर और राज्य बदलते रहते हैं ताकि पकड़े न जा सकें. पुलिस को शक है कि ये गैंग पहले भी कई राज्यों में इस तरह की वारदातों को अंजाम दे चुका है. गिरफ्तार बदमाशों की पहचान गणेश, शक्ति (दोनों घायल) और विश्वनाथ (गिरफ्तार) के रूप में हुई है. पुलिस अब फरार बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है.

यूपी पुलिस की सख्ती बनी अपराधियों के लिए सबक
ये घटना एक बार फिर साबित करती है कि यूपी में कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस कोई ढिलाई नहीं बरत रही है. अपराधियों को अब ये एहसास हो गया है कि यहां अपराध करने का मतलब है – पकड़े जाना या फिर गोली खाना. झांसी की ये मुठभेड़ न सिर्फ एक सफलता है, बल्कि एक संदेश भी है कि अब उत्तर प्रदेश में अपराध करना आसान नहीं रहा.