छाती पर चढ़कर देवर ने जकड़े हाथ, पति ने हंसिए से काटा गला; मॉर्डन बहू को इस लिए मारा

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बरेली (उत्तर प्रदेश): बरेली के नवाबगंज क्षेत्र में एक और दर्दनाक हत्याकांड ने सबको चौंका दिया है। अनीता नाम की एक महिला की हत्या उसके पति और अन्य परिवारजनों के हाथों हुई, जो घरेलू विवादों की एक लंबी और त्रासदीपूर्ण कहानी को उजागर करता है। पुलिस ने इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी पति अनिल सहित चार अन्य परिवारिक सदस्यों को गिरफ्तार किया है। हालांकि यह मामला केवल हत्या तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें दहेज उत्पीड़न और पारिवारिक संघर्षों का भी बड़ा योगदान है।

परिवार के भीतर उभरी दरारें

पुलिस द्वारा की गई शुरुआती जांच में यह सामने आया कि अनिल और अनीता के बीच घरेलू झगड़े और पारिवारिक तनाव का असर उनके रिश्ते पर पड़ रहा था। अनिल, जो कि खनन का व्यवसाय करता था, उन्होंने हत्या के बाद पुलिस को बताया कि परिवारिक विवादों के कारण वह मानसिक रूप से परेशान था। अनिल का कहना था कि उसके परिवार में कोई भी उसकी शादी को लेकर खुश नहीं था, और अनीता की जिद के कारण घर में टकराव बढ़ गया था।

इसी संघर्ष के कारण अनिल और अनीता के रिश्ते में तनाव बढ़ता गया, और एक दिन ये तनाव हिंसा में बदल गया। पुलिस ने बताया कि अनिल ने अपनी पत्नी को हंसिये से गला काटकर हत्या कर दी। लेकिन क्या यह अकेली वजह थी?

दहेज उत्पीड़न और पारिवारिक विवादों का असर

इस हत्याकांड की जड़ें सिर्फ पति-पत्नी के बीच के विवाद तक ही सीमित नहीं हैं। परिवार के अन्य सदस्य भी इस संकट में शामिल हैं। पुलिस ने अनीता के सास, ससुर और चचिया ससुर को भी आरोपी बनाया है, जिनके तानों और भेदभावपूर्ण रवैये ने अनिल और अनीता के रिश्ते को और बिगाड़ा। पुलिस का कहना है कि यह केवल घरेलू हिंसा का परिणाम नहीं था, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों का भी इस हत्या में योगदान था, जो हमेशा अनिल और अनीता के बीच मतभेद बढ़ाते रहे।

हिंसा के बढ़ने का एक कारण ये भी

सीओ नीलेश मिश्रा के अनुसार, अनिल की आर्थिक स्थिति भी इस हिंसा के बढ़ने का एक कारण बनी। उसकी खनन की गतिविधियों में मंदी आ गई थी, और पहले से ही तनाव में चल रहे परिवार के भीतर खर्चे का बोझ भी बढ़ने लगा था। अनिल का मानना था कि अनीता के साथ उसका विवाह उसके लिए मुसीबत बन गया था।

इसके अलावा, अनिल का एक पुराना प्रेम संबंध था, जिसका खुलासा उसने अनीता को शादी के दौरान किया था। काम के सिलसिले में जब अनिल घर से बाहर रहता था तो अनीता उस पर शक करती थी, और दोनों के बीच बढ़ते शक और तनाव ने उनकी वैवाहिक जिंदगी को और मुश्किल बना दिया।

पुलिस की जांच और गिरफ्तारी

घटना के दिन, अनीता का शव बरेली-पीलीभीत हाईवे पर स्थित ओम सिटी में उसके घर से बरामद किया गया। अनीता के शव के पास एक हंसिया पड़ा हुआ था, जिससे उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अनिल के साथ-साथ उसके भाई सचिन, सास भगवानदेई, ससुर जमुना प्रसाद और चचिया ससुर महेश को गिरफ्तार किया। इन सभी पर दहेज उत्पीड़न और हत्या के आरोप लगाए गए हैं।

अनीता का परिवार शादी के दौरान केवल दिखावे के लिए शामिल हुआ था, और परिवार की मनमानी के कारण अनीता को एक अलग जीवन जीने की कोशिश करने पर मजबूर किया गया था। नए दौर की बहू अनीता ने पारंपरिक परिवार के नियमों के खिलाफ जाकर अपने लिए अलग घर बनाने का फैसला किया, और यहीं से समस्याएं शुरू हो गईं।