हल्द्वानी-एनएच मे अधिग्रहित एवम बैंक में बंधक जमीन के नाम पर 50 लाख की ठगी,आपराधिक/धोखाधड़ी मामलों मे वांछित है आरोपी

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शिकायत कर्ता ने काठगोदाम थाने मे दी शिकायत

हल्द्वानी शहर में आज के समय जालसाजों के द्वारा भोले भाले लोगों को फसाने के कई नए-नए कारनामे सामने आते रहते है। एक ऐसा ही मामला हल्द्वानी का फिर सामने आया है जहां पर शातिर के द्वारा विनय शाह नाम के व्यक्ति को अपनी बातों में उलझा कर 50 लाख की धोखाधड़ी कर दी ठगी होने के बाद जब व्यक्ति को इस बारे में पता चला तो उसने तत्काल ही काठगोदाम थाना में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई।

विनय शाह के द्वारा इस मामले में शिकायत दर्ज कराते समय उन्होंने बताया कि उनके द्वारापरिचित विनीत बोरा के माध्यम से राजेश रावत से मिला उसके पश्चात मेरी राजेश रावत पुत्र केसर सिंह रावत निवासी निवास बिल्डिंग, गाँधी चौक, सदर बाजार, रानीखेत हाल निवासी गणपति विहार मुखानी, हल्‌द्वानी Ph: 7500154444 से बात चीत व मुलाकात हुई। राजेश रावत की मेरे से एक संपत्ति के सिलसिले में बात हुई। राजेश रावत द्वारा मुझे यह बोला गया की मेरी एक संपत्ति है जो की नैनीताल रोड क्रेज़ी किचन, काठगोदाम के सामने है। उन्होंने मुझसे बोला की उक्त कुल संपत्ति में से आधी संपत्ति आप मुझसे खरीद लो, व भविष्य में पार्टनरशिप में हम कोई व्यवसाय साथ में करेंगे, मैंने उन पर भरोसा कर दिनांक 20/03/2023 को अपने खाते वाले बैंक ‘The Nainital Bank’ से राजेश रावत के बैंक अकाउंट (IDBI Bank, A/c No. 1109102000000727) को आर०टी०जी०एस० के माध्यम से 19 लाख रूपए ट्रांसफर किये। व दिनांक 18/04/2023 को मैंने अपनी पत्नी मनीषा साह के पी०एन०बी० बैंक के खाते से राजेश रावत की फर्म RR Builders को आर०टी०जी०एस० के माध्यम से 31 लाख रूपए दिए जिसके एवज में मैंने राजेश रावल को एग्रीमेंट करने को कहा तो वह टालमटोली करने लगे और बोलने लगे कि “तुम हम पर भरोसा रखो कुछ गलत नहीं होगा, मैंने उन पर भरोसा कर एग्रीमेंट नहीं किया। राजेश रावत को पैसे देने के कुछ माह बाद जब मैंने प्राधिकरण से पता किया तो मुझे पता चला की जिस संपत्ति का सौदा मैंने राजेश रावत से किया है वह संपत्ति NH (National Highway) व इरिगेशन के नियमों के आधार पर उक्त जमीन पर पूर्ण रूप से निर्माण नहीं किया जा सकता है बल्कि उक्त संपत्ति के कुल रकबे में से केवल कुछ ही हिस्से में निर्माण किया जा सकता है, व इन दिशानिर्देशों के अनुसार उक्त जमीन का ज्यादातर हिस्से को खाली छोडना अनिवार्य है तथा उक्त संपत्ति बैंक में बंधक भी है, यह सारे तथ्य मुझसे छुपा कर राजेश रावत ने मुझे धोखाधड़ी कर अवैध रूप से पैसे ऐंठे है। यह बात मुझे राजेश रावत द्वारा उक्त संपत्ति के सन्दर्भ में कभी नहीं बताई गयी और उक्त संपत्ति बैंक में बंधक है इस बात का भी कोई जिक्र नहीं किय गया व राजेश रावत द्वारा मुझे हमेशा से धोखे व झांसे में रखा गया। इस सब का ज्ञात होते ही मैंने राजेश रावत से पने पैसे वापस करने को कहा तो वह टालमटोली करने लगा व उपरोक्त धनराशि की इन्कारी से मुकरने लगा, मेरे दद्वारा कई बार उक्त पैसो का तकाजा किया गया तो राजेश

रावत ‌द्वारा टाल मटोल किया गया महोदय राजेश रावत द्वारा मेरे साथ जालसाजी व धोखाधड़ी करी गयी है तथा मुझे समाचार पत्र द्वारा पता चला कि राजेश रावत के विरुद्ध जालसाजी व धोखाधड़ी के कई मुक़दमे अन्य थानों में भी दर्ज हुये है। राजेश रावत के आपराधिक इतिहास को जान कर मैं भयभीत हो गया हूँ।