अब सिर्फ 3 मिनट में जुड़ेगी हड्डी!, वैज्ञानिकों ने बना दिया हड्डी जोड़ने वाली गोंद-Bone Glue

Bone Glue fix bone fracture in just 3 minutes: हड्डियों को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी बहुत जरूरी होता हैं। इनसी कमी से बोन की डेंसिटी कम हो जाती है। जिससे हड्डी के टूटने का डर बना रहता है। बुढ़ापे में इसका खतरा ज्याद बना रहता है। इसके अलावा एक्सीडेंट के चलते फ्रैक्चर के मामले भी आम हो गए हैं।
फ्रैक्चर होने की वजह से लोगों को प्लेट और रॉड डालनी पड़ती है। सर्जरी मात्र में ही काफी घंटे लग जाते है। हड्डी जुड़ने की तो बात ही मत करो। हालांकि अब इन सब से छुटकारा पाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक नया तरीका खोज निकाला है। मिनटों में अब आपकी हड्डियां जुड़ने वाली है। वैज्ञानिकों ने हड्डी जोड़ने वाला ग्लू बना लिया है।

वैज्ञानिकों ने बना दिया हड्डी जोड़ने वाली गोंद Bone Glue fix bone fracture in just 3 minutes:
चीनी वैज्ञानिकों ने बोन ग्लू का आविष्कार कर दिया है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीनी वैज्ञानिकों ने Bone 02 नामक हड्डियों का गोंद बनाया है। स्थायीन मीडिया जेयांग ऑनलाइन के हवाले से इस बात की जानकारी मिली है कि एक केस के ट्रायल के दौरान हड्डी जोड़ने की पूरी प्रक्रिया तीन मिनट से भी कम समय में हो गई।

अब सिर्फ 3 मिनट में जुड़ेगी हड्डी
रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं की टीम के प्रमुख Lin Xianfeng की माने तो बोन ग्लू का जोड़ सटीक है। ये ब्लड रिच एनवायरमेंट में भी सटीक है। इस इंजेक्शन से केवल तीन मिनट में फ्रैक्चर का इलाज हो जाएगा। फ्रैक्चर में चीरा लगाकर स्टील प्लेट, पेंच और रॉड लगाई जाती है। अब इसकी जरूरत खत्म हो जाएगी। बता दें कि लिन यांग यूनिवर्सिटी से जुड़े सर रन रन शॉ हॉस्पिटल के एसोसिएट चीफ ऑर्थोपेडिक सर्जन भी हैं।

प्लेट-पेंच की झंझट खत्म
बोन 02 ग्लू को काफी सुरक्षित और असरदार माना जा रहा है। आसानी से हड्डियां इसे एब्जॉर्ब कर लेती हैं। ऐसे में हड्डियां जुड़ने के बाद प्लेट-पेंच को निकलवाने के लिए दूसरी सर्जरी करवाने की झंझट भी खत्म।
गोंद में बेशुमार ताकत
लेबोरेटरी टेस्ट में हड्डी जोड़ने के लिए इस गोंद से 400 पाउंड का फोर्स, 0.5 MPa के करीब शीयर स्ट्रेंथ और 10 MPa के करीब कॉम्प्रेसिव स्ट्रेंथ विकसित होती है। यहीं कारण है कि इस गोंद का आविष्कार पारंपरिक इलाज और उससे शरीर को होने वाले साइड इफेक्ट से बचने के तौर पर भी इसे देखा जा रहा है।

ऑयस्टर से मिली इंस्पिरेशन
फ्रैक्चर के लिए ऑपरेशन करवाना पड़ता है। जिसमें काफी समय लगता है। इसी समय को कम करने के लिए लिन ने बोन ग्लू बनाने की सोची। जिसके बाद इसकी प्रेरणा उन्हें ऑयस्टर से मिली। उनके दिमाग में ख्याल आया कि जैसे ऑयस्टर पानी के अंदर ब्रिज पर मजबूती से चिपका रहता हैं। इसी सेम हालात में ये ग्लू भी काम कर सकता है।
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