जानिए कौन है पेपर लीक गिरोह का सरगना सैय्यद सादिक मूसा , जिसकी तलाश में जुटी है एसटीएफ
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में एसटीएफ अब तक 34 नकल माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है।इस गिरोह का सरगना पेपर लीक कराने का असल मास्टरमाइंड आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक का खास दोस्त अंबेडकर नगर निवासी सैयद सादिक मूसा बताया जा रहा है।
उसने केवल उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में भी इस तरह की परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं।
कंपनी की प्रेस से लीक होकर पेपर पहले मूसा के पास ही पहुंचता था। इसके बाद चेन पर चेन बनती थी। पुलिस आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।
गिरोह का सरगना सैय्यद सादिक मूसा उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर का रहने वाला है, एसटीएफ के मुताबिक उत्तर प्रदेश के नकल माफिया और UKSSSC पेपर लीक गैंग के सरगना के रूप में फरार अभियुक्त सैय्यद सादिक मूसा की पहचान हुई है ।
STF की अलग-अलग टीमें मूसा की तलाश में यूपी के अलग-अलग ठिकानों में धरपकड़ में जुटी है। मगर वह अंडग्राउंड हो गया है। उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है।
मूसा की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी बड़ा खुलासा होने की संभावना है। इस काम में मूसा का एक अन्य दोस्त योगेश्वर राव भी शामिल है। दोनों ही इस वक्त फरार हैं। वहीं, उत्तराखंड एसटीएफ ने सरगना सैय्यद सादिक मूसा और उसके साथी योगेश्वर राव पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक टीमें लगातार हर सूचना पर काम कर रही है आरोपियों की तलाश जारी है इन्हे जल्द अरेस्ट किय़ा जायेगा।
बता दें UKSSSC पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन की नीति के तहत माफियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं उसी क्रम में DGP अशोक कुमार ने एसटीएफ को नकल माफियों और संगठित अपराधियों द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत ज़ब्त करने के आदेश दिए थे इस मामले में अभी तक 34 लोगों को गिरफ्तार हो चुकी है। अभी तक इस पूरे खेल का सरगाना उत्तरकाशी की हॉकम सिंह बताया जा रहा था, लेकिन अब धीरे-धीरे परते खुल रहे है।
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