प्रसव के बाद युवती की मौत: सड़कों पर दिखा आक्रोश, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीण

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प्रसव के बाद युवती की मौत: सड़कों पर दिखा आक्रोश, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीण

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीण

पिलखी अस्पताल में प्रसव के बाद श्रीनगर बेस अस्पताल में हुई रवीना की दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में लापरवाही के खिलाफ जनाक्रोश अब सड़कों पर दिखाई देने लगा है। शनिवार को घनसाली क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने पिलखी अस्पताल के बाहर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।

धरना स्थल पर पहुंचे टिहरी के CMO

धरना स्थल पर लोगों ने मांग उठाई कि पहाड़ों के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, उपकरणों की अनुपलब्धता और प्रसव सेवाओं की लचर व्यवस्था पर सरकार तत्काल ठोस कदम उठाए। धरना स्थल पर पहुंचे टिहरी के सीएमओ डॉ. श्याम विजय ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का आश्वासन दिया।

विभाग स्तर पर जांच जारी है: CMO

सीएमओ ने कहा कि विभाग स्तर पर जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि “अगर रवीना अपनी पूरी चिकित्सकीय जानकारी डॉक्टरों को पहले दे देती, तो शायद आज वह हमारे बीच होती।” धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने इस बयान पर नाराजगी जताई।

कार्रवाई पर अड़े प्रदर्शनकारी

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार के ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक यह धरना जारी रहेगा। धरने का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता संदीप आर्य कर रहे हैं, जिनके साथ क्षेत्र के अनेक राजनीतिक व सामाजिक संगठन भी धरने में शामिल हुए।

ये है पूरा मामला

टिहरी के घनसाली क्षेत्र में पीएचसी पिलखी में बच्चे को जन्म देने के बाद एक रवीना कठैत (22) की मौत हो गई। प्रसव के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर किया गया था, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि महिला पहले से हृदय रोग से पीड़ित थी और उसकी बायपास सर्जरी हो चुकी थी।