ISBT में किशोरी के साथ गैंगरेप मामला : पुलिस ने मात्र 19 दिन में दाखिल की चार्जशीट, पढ़ें अभी तक क्या-क्या हुआ

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देहरादून आईएसबीटी में बस के अंदर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में शामिल पांचों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 19 दिन की जांच के बाद चार्जशीट दाखिल कर दी है. पुलिस ने चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ सबूत छिपाने की धारा भी जोड़ी है.


पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
बता दें देहरादून पुलिस ने आईएसबीटी में किशोरी के साथ दुष्कर्म प्रकरण में मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मात्र 19 दिन में ही आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट में 250 पन्नो की चार्जशीट दाखिल की है. इसके साथ ही पुलिस ने चार्जशीट में कुल 35 गवाह बनाए है. इनमें दो गवाहों, पीड़िता और एक चश्मदीद गवाह के मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराए जा चुके हैं.

पांच आरोपियों ने लूटी थी किशोरी की आबरू
बता दें 12 अगस्त को आरोपी देवेन्द्र को किशोरी दिल्ली के कशमीरी गेट स्टेशन पर मिली थी, जो उससे पंजाब जाने वाली बस के बारे में जानकारी ले रही थी. आरोपी ने किशोरी को अपने साथ देहरादून चलने और वहां से पौंटा होते हुए पजांब भेजने की बात बताते हुए उसे देहरादून लेकर आया. जहां देर रात में आरोपी में सभी सवारियों के बस से उतरने के बाद दुष्कर्म किया. आरोपी ने दुष्कर्म करने के बाद अपने चार साथियों को दुष्कर्म करने के लिए बुलाया.

जानें अब तक दुष्कर्म प्रकरण में क्या-क्या हुआ ?
17 अगस्त की रात को बाल कल्याण ने थाना पटेलनगर पर किशोरी के साथ बस के अंदर दुष्कर्म किये जाने का मुकदमा दर्ज कराया.
18 अगस्त को पुलिस ने घटना में त्वरित कार्यवाही करते हुये दुष्कर्म की घटना में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया.
19 अगस्त को एसएसपी देहरादून ने एसआईटी टीम का गठन किया.
20 अगस्त को एसआईटी से एक टीम घटना से सम्बन्धित साक्ष्यों को एकत्र करने के लिए दिल्ली रवाना हुई. जहां टीम द्वारा कश्मीरी गेट बस स्टेशन और आसपास के क्षेत्र दिल्ली – देहरादून मार्ग से घटना से सम्बन्धित सीसीटीवी व अन्य साक्ष्य एकत्रित किए.
20 अगस्त को घटना के चश्मदीद गवाह और 21 अगस्त को पीडिता को कोर्ट के समक्ष पेश कर बयान दर्ज कराए. कोर्ट के सामने बयानों में पीड़िता ने बताया की उसके साथ पहले भी दुष्कर्म हो चुका है. जिस पर तत्काल पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने के लिए सम्बंधित राज्य को भिजवाई.
घटना से सम्बन्धित साक्ष्यो के संकलन के लिए दिनांक 23 अगस्त से घटना में गिरफ्तार पांचो आरोपितों को पुलिस कस्टडी रिमाण्ड में लिया गया. पीसीआर के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर उनके घर से घटना से सम्बन्धित साक्ष्य एकत्र किए.
26 अगस्त को विवेचना के दौरान पीडिता के प्रारम्भिक व सप्लीमेन्ट्री मेडिकल की रिपोर्टो को प्राप्त किया.
27 अगस्त को पीडिता की चाइल्ड हेल्प लाइन में नियुक्त काउन्सलर द्वारा की गयी काउन्सलिंग की रिपोर्टो को प्राप्त कर विवेचना में शामिल किया गया.
घटना से सम्बन्धित महत्वपूर्ण साक्ष्यों डीवीआर को केन्द्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला चण्डीगढ भेजा गया और आरोपियों की निशानदेही पर प्राप्त घटना से सम्बन्धित साक्ष्यो (कपड़ो व अन्य सामान ) को जाँच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला पंडितवाडी भेजा गया.
विवेचना के दौरान घटना से सम्बन्धित कुल 35 गवाहों के बयान दर्ज कराए.
घटना में गिरफ्तार पांचो आरोपियों को 2 सितंबर को पीड़िता और घटना तथा के चश्मदीद गवाह के सामने शिनाख्त परेड करायी गई. जिसमें किशोरी ने पांचों आरोपियों की शिनाख्त की.
पूरी घटना की विस्तृत विवेचना कर घटना से जुड़े सभी साक्ष्यो को एकत्रित कर 250 पन्नो की चार्जशीट फास्ट ट्रैक कोर्ट में साखिल की