हिंदी लिखना भी नहीं जानते, फर्जी पाए गए दो डाक सेवकों के दस्तावेज, चार की नियुक्ति निरस्त

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fake फर्जी दस्तावेज

डाक विभाग द्वारा बाहरी लोगों को नियुक्त किए जाने को लेकर बीते दिनों प्रदेश में जमकर बवाल हुआ था। लोगों ने इसका जमकर विरोध भी किया था। अब इसी से जुड़ा मामला सामने आया है। डाक विभाग पौड़ी को मिले दो नवनियुक्त डाक सेवकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। चार डाक सेवकों की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है।

फर्जी पाए गए दो डाक सेवकों के दस्तावेज

दस्तावेजों की विभागीय जांच में डाक विभाग पौड़ी को मिले नवनियुक्त डाक सेवकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक दोनों डाकसेवक उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। जबकि दो डाक सेवक जांच होने की बात सुनकर ही भाग गए हैं। बताया जा रहा है कि फरार डाकसेवक मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।

चारों डाक सेवकों की नियुक्ति निरस्त

डाक विभाग ने ये मामला सामने आने के बाद से चारो डाक सेवकों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है। आपको बता दें कि ग्रामीण डाक सेवक के पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया हाल ही में संपन्न हुई है। जिसमें पौड़ी के डाक विभाग को 165 नए डाक सेवक मिले हैं। जिसमें से 77 की नियुक्ति पौड़ी मुख्यालय में हुई है।

ठीक से हिंदी लिखना भी नहीं जानते नए डाक सेवक

बता दें कि नव नियुक्ति डाक सेवक ठीक से हिंदी भी नहीं लिख पा रहे थे जबकि शैक्षणिक दस्तावेजों में उनके अंक 96-97 फीसदी हैं। इस सब के बाद विभाग ने इनके शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच शुरू की। जिसमें दो के दस्तावेज फर्जी पाए गए। मध्य प्रदेश निवासी दो डाक सेवक ज्वाइनिंग के लिए पहुंचे थे। लेकिन जब उन्होंने जांच की बात सुनी तो दस्तावेजों की फोटो कॉपी कराने की बात कहकर वो गए और वापस ही नहीं आए