प्रदेश में डराने लगा डेंगू, लगातार सामने आ रहे मामले, पौड़ी में सबसे ज्यादा पसार रहा पैर
प्रदेश में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। मैदानी इलाकों के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। अब तक प्रदेश के पांच जिलों से कुल 75 मामले सामने आए हैं। जिसमें से सबसे ज्यादा मामले पहाड़ी जिले पौड़ी गढ़वाल जिले से सामने आ रहे हैं।
उत्तराखंड में डेंगू अब डराने लगा है। तेजी से डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अब तक प्रदेशभर में 75 मामले सामने आए हैं। जिसमें से सबसे ज्यादा 59 मामले पौड़ी जिले से सामने आए हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों के सीएमओ को स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू बचाव और रोकथाम करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
प्रदेश में अब तक डेंगू से एक मरीज की मौत
नवंबर और दिसंबर तक डेंगू संक्रमण की आशंका होती है। सितंबर और अक्टूबर में इसके सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल अब तक कम डेंगू के मामले सामने आए हैं। प्रदेश में इस साल डेंगू से अब तक एक मरीज की ऋषिकेश में मौत हुई है।
डेंगू से बचने के लिए क्या करें
पानी की टंकियों और कंटेनरों का ढक्कन कसकर बंद करें।
सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पूरी बांह के कपड़े पहनें।
जरुरत पड़ने पर मच्छर भगाने वाली क्रीम या कॉइल का इस्तेमाल करें।
कूलर, ड्रम टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं।
हैंडपंप के आसपास भी पानी इकट्ठा ना होने दें।
जमा पानी पर मिट्टी का तेल या इंजन का जला हुआ तेल डालें और आसपास सफाई रखें।
बुखार होने पर सिर्फ पैरामसिटामोल लें, खूब पानी पीएं और डॉक्टर की सलाह लें।
डेंगू से बचाव के लिए क्या न करें?
अपने आस-पास पानी न जमा होने दें।
नारियल के छिलके, पुराने टायर, डिब्बे, बोतलें, टिन आदि को खुले में न फेंके।
डेंगू बुखार के लिए कोई खास दवा नहीं है, इसलिए खुद से दवा लेने से बचें।
डेंगू बुखार के सामान्य लक्षण दिखने पर या डॉक्टर की सलाह के बिना अस्पताल में भर्ती होने पर जोर न दें।
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