सरकार का बड़ा आदेश!, अब नहीं चलेंगे WhatsApp, Telegram, Snapchat जैसे एप्स, पहले करना होगा ये काम

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अगर आप भी WhatsApp, Telegram, सिग्नल या किसी दूसरी मैजेजिंग ऐप का इस्तेमाल करते है तो ये आर्टिकल आपके लिए है। हो सकता है कि आप व्हाट्सएप या फिर टेलीग्राग अब काम करना बंद कर दे। दरअसल हाल ही में सरकार ने एक नया नियम लागू किया है।

सरकार ने इन मैसेजिंग एप्स के लिए सिम बाइंडिंग(sim binding rule) जरूरी कर दिया है। ऐसे में अगर आप बिना सिम कार्ड के इन एप्स का इस्तेमाल करते है तो अब ये एप्स काम नहीं करेंगे। इसके साथ ही व्हाट्सएप वेब को लेकर भी नए नियम बनाए गए है। चलिए आसान भाषा में जानते है कि क्या है ये नियम और कैसे इन नियमों का असर हमारे ऊपर पड़ सकता है।

sim binding rule

अब नहीं चलेंगे WhatsApp, Telegram, Snapchat जैसे एप्स!

दरअसल हाल ही में भारत सरकार ने दूरसंचार विभाग डीओटी(DoT) के तहत एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक अब आप WhatsApp, Telegram, , सिग्नल, स्नैपचैट, शेयरचैट, जियोचैट, जोश जैसे मैसेजिंग एप्स को तभी यूज कर पाएंगे जब ये एप्स आपके सिम कार्ड से सीधे जुड़े रहेंगे।

बिना एक्टिव सिम के अब नहीं चलेंगे मैसेजिग एप्स

आसान भाषा में समझे तो अगर आपका सिम फोन में नहीं है, आपने निकाल दिया है, या फिर आप व्हाट्सएप ऐसे फोन में चलाते हो जिसमें सिम नहीं है या फिर सिम बंद हो गया है तो ये ऐप काम नहीं करेंगे। इससे आप ना ही मैसेज भेज पाएंगे और ना ही रिसीव कर पाएंगे।

कंपनियों को 90 दिनों का समय

इस नए सिस्टम को लागू करने के लिए सरकार ने 90 दिनों का वक्त दिया है। दूरसंचार विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि ये नए नियम अगर ऐप्स ने नहीं माने तो टेलीकॉम्युनिकेशन एक्ट 2023, साइबर सिक्योरिटी नियम और दूसरे कानूनों के तहत इन कंपनियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

WhatsApp Web और एप्स के वेब वर्जन में भी बड़ा बदलाव

इसके साथ ही एप्स के वेब वर्जन के नियमों में भी बड़ा बदलाव किया गया। अब अगर आप कंप्यूटर या लैपटॉप पर WhatsApp Web या किसी भी ऐप के वेब वर्जन में लॉग इन करेंगे तो आप ऑटोमैटिकली छह घंटे बाद लॉगआउट हो जाओगे। जिसका मतलब है कि अभ हर छह घंटे बाद आपको दोबारा से QR कोड स्कैन कर लॉगिन करना होगा।

फेक अकाउंट्स पर लगेगी रोक

इसका मकसद फेक अकाउंट्स पर रोक लगाना है। अब फेक अकाउंट बनाना काफी मुश्किल हो जाएगा क्योंकि हर बार ऐप चलाने के लिए एक्टिव सिम कार्ड जरूरी होगा। सरकार ने ये कदम साइबर सुरक्षा बढ़ाने और साइबर ठगों को रोकने के मकसद से लिया गया है। इसके बाद आपको किसी फर्जी विदेशी नंबर से भी कोई धोखा नहीं दे सकेगा।

अभी तक होता ये था कि लोग बिना सिम के भी WhatsApp या Telegram फोन पर चला लेते थे। इससे होता ये था कि साईबर अपराधियों को ट्रैक करना मुश्किल हो जाता था। लेकिन अब इस नए नियम से ये परेशानी खत्म हो जाएगी।

यूजर्स के ऊपर ये पड़ेगा असर

यूजर्स के ऊपर इसका असर ये पड़ेगा कि:-

  • अब हर छह घंटे में WhatsApp Web पर लॉगिन करना होगा।
  • अगर आप दो-दो फोन पर व्हाट्सएप चलाते है तो अब वो नहीं चलेगा जबतक दोनों में सिम कार्ड एक्टिव ना हो तो।
  • साथ ही सिम कार्ड के बंद होने या फिर निकाले जाने पर भी एप नहीं चलेगा।

मतलब साफ है कि ये सारी मैसेजिंग सर्विस तभी काम करेंगी जब आपके फोन में सिम कार्ड लगा हो और वो एक्टिव भी हो