भूमाफिया ने किया जंगल का सौदा, नगर निगम के कर्मचारी भी शामिल !

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देहरादून में भूमाफिया के हौसले बुलंद हैं। जमीनों को कब्जाने और उनका सौदा करने का काम खुले आम हो रहा है। इस काम में नगर निगम के कर्मचारी भी शामिल हैं। हालात ये हैं कि खुलेआम जंगलात की जमीनों को कब्जा किया जा रहा है और उनपर दीवारें खड़ी की जा रहीं हैं।


देहरादून में भूमाफिया बेखौफ हो गए हैं। हालात ये हो चले हैं जमीन पर खुले आम कब्जे कर रहें हैं और दीवार खड़ी कर दे रहें हैं। ऐसा ही एक वाक्या देहरादून के चंद्रबनी से सामने आया है। यहां चंद्रबनी मंदिर के पास भूमाफिया ने जंगलात की जमीन पर कब्जा शुरु कर दिया है। इस भूमि पर रातों रात दीवार खड़ी की जा रही है। वन विभाग की जमीन पर कब्जा करके उसे बेचने की तैयारी चल रही है। खबरें हैं कि वन विभाग की दो बीघे जमीन का करोड़ों में सौदा हो चुका है।

नगर निगम के कर्मचारियों की मिलीभगत
भूमाफिया के जमीन कब्जा करने के काम में नगर निगम के कर्मचारियों की भी मिलीभगत देखने कों मिल रही है। नगर निगम के कर्मचारी खुद कब्जा करवा भी रहें हैं। स्थानीय लोगों की माने तो जमीन पर कब्जे का पूरा खेल नगर निगम के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही खेला जा रहा है। मंदिर की दीवार बताकर वन विभाग की जमीन पर कब्जा हो रहा है।

स्थानीय लेडी डॉन भी है शामिल, करती है हफ्ता वसूली
मिली जानकारी के मुताबिक जिस जमीन पर कब्जा हो रहा है उसमें एक स्थानीय महिला का भी हाथ है। इलाके में उसे लेडी डॉन की उपाधि दी गई है। खबरें हैं कि ये महिला अपने रसूख के चलते चंद्रबनी में हर हफ्ते एक अवैध बाजार भी लगवाती है। इस बाजार में लगने वाली दुकानों से हर हफ्ते लाखों रुपए की वसूली भी हो रही है। चूंकि इस पूरे हफ्ता वसूली में एक स्थानीय भाजपा नेता भी शामिल है लिहाजा स्थानीय पुलिस भी चुप बैठी है।

स्थानीय लोग कर रहें हैं विरोध, खून खराबे की आशंका
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले भी भूमाफिया ने जमीन पर कब्जे की कोशिश की थी। उस समय बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने विरोध शुरु कर दिया था। लाठी डंडे तक निकल आए थे। स्थानीय लोगों के विरोध के बाद भूमाफिया वहां से भाग निकला। बाद में नगर निगम कर्मचारियों की मदद से उसने दूसरी तरफ से उसी जमीन पर कब्जे की तैयारी शुरु कर ली। अब नगर निगम के कर्मचारी भी उसके साथ शामिल हैं। ऐसे में स्थानीय लोग फिर एक बार गुस्से में हैं। ऐसे में किसी खूनखराबे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।