500 साल का रिकॉर्ड, शनि मार्गी और गुरु वक्री, इन 3 राशियों की पलट जाएगी किस्मत
Shani And Guru mahadasha 2025: ज्योतिष का हिन्दू धर्म में काफी महत्त्व है। ज्योतिष के मुताबिक कुछ भविष्यवाणियां भी सिद्ध होती है। ग्रहों की चाल देखकर ही मनुष्य के भविष्य की सूचनाएं सामने आने लगती हैं। ज्योतिष और वास्तु के अनुसार ही लोग अपना कर्म और अच्छे से करने लगते हैं। गृह दशा और उनके उपाय अगर तरीके से होते हैं तो जीवन एकदम सुखद रहता है। शनि की दशा से लोग काफी भयभीत होते हैं।
वैदिक ज्योतिष मुताबिक नवंबर का महीना ज्योतिष के दृष्टिकोण से बेहद खास होने जा रहा है। क्योंकि इस महीने कर्मफलदाता और न्यायाधीश शनि देव मार्गी होने जा रहा हैं। मतलब वह सीधी चाल मीन राशि में चलेंगे, तो वहीं देवताओं के गुरु बृहस्पति भी इस महीने वक्री होने जा रहे हैं। मतलब वह उल्टी चाल चलेंगे। ऐसे में शनि मार्गी और गुरु वक्री होने से कुछ राशियों का भाग्य चमक सकता है। साथ ही अपार पैसे के साथ पद- प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है। मन प्रसन्न रहेगा। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
कुंभ राशि (Kumbh Zodiac)
शनि देव का मार्गी और गुरु ग्रह का उल्टी चाल चलना अनुकूल साबित हो सकता है। क्योंकि शनि आपकी राशि से दूसरे भाव पर तो वहीं गुरु ग्रह 6 स्थान पर वक्री चाल चलने जा रहे हैं। इसलिए इस समय आपको समय- समय पर आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। साथ ही कारोबारियों को आर्थिक चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। करियर में मनचाही पदोन्नति और आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। आपको सुख-संपन्नता में वृद्धि होगी। साथ ही आपकी वाणी में प्रभाव बढ़ेगा, जिससे लोग इंप्रेस होंगे। वहीं इस दौरान व्यापारियों को फंसा हुआ धन मिल सकता है।
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
आप लोगों के लिए गुरु का वक्री और शनि देव मार्गी चाल चलना सकारात्मक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि गुरु बृहस्पति आपकी गोचर कुंडली से धन स्थान पर वक्री तो वहीं शनि देव कर्म भाव पर सीधी चाल चलेंगे। साथ ही काम- कारोबार में तरक्की मिल सकती है। नौकरी-व्यवसाय में तरक्की होगी। सामाजिक मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरी में प्रमोशन मिलने की संभावनाएं हैं। वहीं कार्यस्थल पर स्थिति आपके पक्ष में रहेगी। पद-प्रतिष्ठा बढ़त पर रहेगी। व्यापार में प्रगति होगी। साथ ही समाज में सम्मान बढ़ेगा। वहीं पिता के साथ संबंध मजबूत रहेंगे।
मकर राशि (Makar Zodiac)
शनि देव का मार्गी और गुरु ग्रह का वक्री होना मकर राशि के जातकों को लाभकारी सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी राशि से तीसरे भाव पर तो वहीं सप्तम भाव पर गुरु ग्रह वक्री होंगे। इसलिए इस समय आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। साथ ही आप इस समय साहसी काम करेंगे। वहीं शादीशुदा लोगों के रिश्तों में भी मधुरता आगी। वहीं देश- विदेश की यात्रा भी संभव है। वहीं परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताएंगे। साथ ही आप कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

